ISKCON Temple – meaning
ISKCON का अर्थ है (International Society for Krishna Consciousness / अंतरराष्ट्रीय कृष्ण चेतना समाज) जो ज्यादा लोकप्रिय ISKCON के रूप में है।
ISKCON Temple Founder / संस्थापक
ISKCON (International Society for Krishna Consciousness / अंतरराष्ट्रीय कृष्ण चेतना समाज) धार्मिक संगठन है जिसकी स्थापना 1966 में ए.सी. भक्तिवेदांत स्वामी प्रभुपाद ने की थी। संगठन की बुनियाद भगवद गीता और श्रीमद् भागवतम के शिक्षाओं पर आधारित है, जो प्राचीन हिन्दू शास्त्र हैं।
History of ISKCON
ए.सी. भक्तिवेदांत स्वामी प्रभुपाद 1965 में वृंदावन को छोड़ केवल 40 रुपये के साथ भगवान कृष्ण की किताबों से भरी एक ट्रंक के साथ बॉस्टन पहुँचे। पहले उन्हें संघर्ष करना पड़ा, उन्होंने भक्ति योग के दर्शन की शिक्षा देना शुरू किया, जिसमें भगवान कृष्ण के प्रति भक्ति और सेवा शामिल है, लेकिन कुछ दिनों बाद, लोगों ने उन्हें ध्यान देना शुरू किया।
1966 में, प्रभुपाद ने न्यूयॉर्क सिटी में ISKCON अंतरराष्ट्रीय सोसायटी की स्थापना की, जिसका उद्देश्य विश्व भर में भगवान कृष्ण की शिक्षाओं का प्रसार करना था। प्ैज्ञब्व्छ गौड़ीय वैष्णव परंपरा का पालन करता है, जो भारत में लगभग 15वीं सदी से अभ्यस्त की गई है।
First ISKCON Temple
Vrindavan, के Shri Krishna Balram Temple को ISKCON द्वारा निर्मित पहला मंदिर माना जाता है। इस मंदिर की आधारशिला को 1975 में स्वंय स्वामी प्रभुपाद (आईएसकॉन के संस्थापक) ने रखी थी।
ISKCON समाज
यह समाज हिन्दू धर्म से संबंधित है, और भारत के अलावा विदेशों में भी हिन्दू मंदिरों की स्थापना के लिए प्रसिद्ध है। समाज भगवान कृष्ण के प्रति समर्पित है, इसलिए इसे हरे कृष्णा आंदोलन के रूप में भी जाना जाता है।
ISKCON समाज भगवान कृष्ण के शिक्षाओं को फैलाने में का काम करता है। ISKCON समाज अपने मंदिरों, त्योहारों और अन्य आयोजनों के माध्यम से भगवान कृष्ण की शिक्षाओं को प्रोत्साहित करता है। संगठन ने आपदा राहत, खाद्य वितरण, और शिक्षा कार्यक्रम सहित कई चारित्रिक कार्यों में भाग लिया है।
ISKCON समाज का उद्देश्य :-
- लोगों को आध्यात्मिक जीवन के तरीके सिखाना, जीवन में मूल्यों के विसंतुलन को जाँचने के लिए और दुनिया में शाश्वत एकता और शांति प्राप्त करने के लिए।
- भगवद्गीता और श्रीमद् भागवत में उल्लिखित रूप में कृष्ण चेतना का प्रसार करना।
- समाज के लोगों को एक साथ कृष्ण, के करीब लाना और इस तरह से सदस्यों के भीतर और मानवता में, हर आत्मा का भगवान कृष्ण का हिस्सा है, यह धारणा विकसित करना।
- सदस्यों और समाज के लिए भगवान कृष्ण के व्यक्तित्व को समर्पित एक पवित्र स्थान का निर्माण करना, जो दिव्य लीलाओं के लिए हो।
- सदस्यों को एकत्र करके एक सरल और प्राकृतिक जीवन का अधिक निकट लाना।
- उपरोक्त उद्देश्यों को प्राप्त करने के लिए, पत्रिकाओं, मैगजीनों, पुस्तकों और अन्य लेखों को प्रकाशित और वितरित करना।
List of ISKCON Temple in India :-
ISKCON Temple, Bengaluru | Sri Radha Krishna Temple |
ISKCON Temple, Vrindavan | Sri Krishna Balram Temple |
ISKCON Temple, Mayapur | Shri Mayapura Chandrodaya Temple |
ISKCON Temple, New Delhi | Sri Sri Radha Radhikaraman-Krishna Balram Temple |
ISKCON Temple, Mumbai | Sri Sri Radha Rasa Bihari Ji Temple |
ISKCON Temple, Pune | Sri Sri Vrindavan Chandra Temple |
ISKCON Temple, Hyderabad | Sri Sri Radha Madan Mohan Temple |
ISKCON Temple, Noida | Sri Sri Radha Govind Mandir |
ISKCON Temple, Ahmedabad | Sri Sri Radha Govind Dham |
ISKCON Temple, Kanpur | Sri Sri Radha Madhav Mandir |
ISKCON Temple, Jaipur | Sri Giridhari Dauji Temple |
ISKCON Temple, Ujjain | Sri Sri Radha Madan Mohan Mandir |
ISKCON Temple, Kharghar | Sri Sri Radha Madan Mohanji Temple |
ISKCON Temple, Nashik | Sri Sri Radha Madan Gopal Mandir |
ISKCON Temple, Pandharpur | Sri Sri Radha Padharinath Mandir |
ISKCON Temple, Haridwar | Sri Sri Gour Radha Krishna Mandir |
ISKCON Temple, Patna | Sri Radha Banke Bihari Ji Mandir |
ISKCON Temple, Siliguri | Sri Sri Radha Madhava Sundar Mandir |
ISKCON Temple, Baroda | Sri Sri Radha Shyamsundar Mandir |
ISKCON Temple, Pune | Sri Govind Dham |
ISKCON मंदिर के बारे में सामान्य प्रश्न (FAQ)
ISKCON मंदिर क्या है?
ISKCON (International Society for Krishna Consciousness) एक वैश्विक संस्था है जो भगवान श्रीकृष्ण की भक्ति और उनकी शिक्षाओं को प्रसारित करती है। इस संस्था के मंदिर दुनिया भर में स्थित हैं।
ISKCON मंदिर में क्या देखा जा सकता है?
ISKCON मंदिर में आप भव्य मूर्तियों, धार्मिक अनुष्ठानों, कीर्तन, भजन, और भगवद गीता के प्रवचन का आनंद ले सकते हैं। यहाँ के शांतिपूर्ण वातावरण में ध्यान और प्रार्थना करना भी एक विशेष अनुभव होता है।
ISKCON मंदिर के दर्शन का समय क्या है?
ISKCON मंदिर आमतौर पर सुबह से रात तक खुले रहते हैं। विशेष आरती और पूजा के समय अलग-अलग हो सकते हैं, इसलिए मंदिर की वेबसाइट या सूचना केंद्र से समय की जानकारी प्राप्त करें।
क्या ISKCON मंदिर में कोई विशेष पूजा होती है?
हाँ, ISKCON मंदिर में रोजाना कई प्रकार की आरती और पूजा होती हैं, जैसे मंगला आरती, संध्या आरती, और अन्य विशेष पूजा कार्यक्रम। इसके अलावा, जन्माष्टमी, राधाष्टमी, और गोवर्धन पूजा जैसे प्रमुख त्योहार भी धूमधाम से मनाए जाते हैं।
क्या ISKCON मंदिर में प्रसाद मिलता है?
हाँ, ISKCON मंदिर में भक्तों को प्रसाद वितरित किया जाता है। यहाँ का प्रसाद बहुत ही स्वादिष्ट और शुद्ध होता है, जिसे ष्महाप्रसाद कहा जाता है।
क्या ISKCON मंदिर में कोई ड्रेस कोड है?
मंदिर में शालीन और पारंपरिक परिधान पहनने का आग्रह किया जाता है। पुरुषों के लिए धोती-कुर्ता और महिलाओं के लिए साड़ी या सलवार-कमीज उपयुक्त माने जाते हैं।
क्या मैं ISKCON मंदिर में सेवा कर सकता हूँ?
हाँ, ISKCON मंदिर में सेवा के कई अवसर उपलब्ध होते हैं। आप स्वेच्छा से विभिन्न सेवाओं में हिस्सा ले सकते हैं, जैसे प्रसाद वितरण, साफ-सफाई, या मंदिर की गतिविधियों में सहायता करना।
क्या ISKCON मंदिर में कोई पुस्तकालय है?
हाँ, कई ISKCON मंदिरों में पुस्तकालय होते हैं जहाँ आप श्रीमद्भगवद गीता, श्रीमद्भागवत, और अन्य धार्मिक पुस्तकों का अध्ययन कर सकते हैं।
क्या ISKCON मंदिर में कोई आवास सुविधा है?
कुछ ISKCON मंदिरों में भक्तों के लिए आवास सुविधा भी उपलब्ध होती है। इसके बारे में अधिक जानकारी के लिए संबंधित मंदिर से संपर्क करें।
ISKCON मंदिर से संबंधित जानकारी कहां से प्राप्त कर सकता हूँ?
ISKCON मंदिर की आधिकारिक वेबसाइट, सोशल मीडिया पेज, या मंदिर के सूचना केंद्र से आप सभी आवश्यक जानकारी प्राप्त कर सकते हैं।
अगर आपके पास और कोई प्रश्न है, तो कृपया मंदिर के संपर्क केंद्र से संपर्क करें या उनकी वेबसाइट पर जाएं। हरि बोल!
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