प्रेम मंदिर, वृंदावन – भक्ति और सौंदर्य का अद्भुत संगम
उत्तर प्रदेश के मथुरा ज़िले के पवित्र शहर वृंदावन में स्थित प्रेम मंदिर भक्ति, प्रेम और भव्यता का शानदार उदाहरण है। यह मंदिर भगवान श्रीकृष्ण और राधा रानी को समर्पित है। सफ़ेद संगमरमर की चमक, बारीक नक्काशी और दिव्य वातावरण इसे देश-विदेश के लाखों श्रद्धालुओं का प्रिय तीर्थ बनाते हैं।
निर्माण और इतिहास
Prem Mandir का निर्माण जगद्गुरु कृपालु जी महाराज ने करवाया। इसका काम वर्ष 2001 में शुरू हुआ और लगभग 1000 मजदूरों की मेहनत से 11 साल में पूरा हुआ। मंदिर का पूरा ढांचा इटली से मंगवाए गए सफ़ेद संगमरमर से बना है, जिसमें पारंपरिक भारतीय वास्तुकला और आधुनिक तकनीक का अद्भुत मेल है।
मंदिर में दो मंज़िलें हैं — भूतल में श्री राधा-कृष्ण की सुंदर मूर्तियाँ, जहाँ कृष्ण बाँसुरी बजा रहे हैं और राधा उनके पास खड़ी हैं और पहली मंज़िल में श्री राम-सीता, लक्ष्मण और हनुमान जी की प्रतिमाएँ, साथ ही संगमरमर पर रामायण के दृश्य उकेरे गए हैं।
- उद्घाटन: 15 फरवरी 2012
- सार्वजनिक उद्घाटन: 17 फरवरी 2012
- ऊँचाई: 125 फीट, लंबाई: 122 फीट, चौड़ाई: लगभग 115 फीट
मंदिर की प्रमुख विशेषताएँ
- संगमरमर की नक्काशी: पूरा मंदिर इटली के सफ़ेद संगमरमर से बना है, जिस पर अद्भुत बारीकी से नक्काशी की गई है।
- आकर्षक मूर्तियाँ: दीवारों और परिसर में राधा-कृष्ण की लीलाओं के दृश्य बेहद मनमोहक तरीके से उकेरे गए हैं।
- मुख्य गर्भगृह: मंदिर का हृदय उसका गर्भगृह है। भूतल में श्री राधा-कृष्ण की सुंदर मूर्तियाँ, जहाँ कृष्ण बाँसुरी बजा रहे हैं और राधा उनके पास खड़ी हैं और पहली मंज़िल में श्री राम-सीता, लक्ष्मण और हनुमान जी की प्रतिमाएँ, साथ ही संगमरमर पर यहाँ रामायण के दृश्य जैसे भगवान राम का वनवास, सीता हरण और स्वर्ण मृग की कथा दिखाई देती है।
- 84 लीला पैनल: मंदिर की दीवारों पर 84 अद्भुत पैनल बने हैं, जो भगवान कृष्ण की लीलाओं को जीवंत करते हैं, इनमें प्रमुख दृश्य हैं —
- गोवर्धन पर्वत उठाना
- माखन चोरी
- कालिया नाग पर नृत्य
- रास लीला
- जन्माष्टमी उत्सव
- इन पैनलों की बारीकी और कला इतनी सुंदर है कि ये किसी दिव्य चलचित्र के स्थिर दृश्य जैसे लगते हैं।
- छत, स्तंभ और आंतरिक सज्जा: मंदिर की छतों पर मंडला डिज़ाइन, कमल के फूल और ब्रह्मांडीय आकृतियाँ बनी हैं। हर स्तंभ पर फूलों की नक्काशी, शास्त्रीय चिन्ह और छोटे-छोटे देवताओं की मूर्तियाँ उकेरी गई हैं।
- म्यूज़िकल फाउंटेन और लाइट शो: सूर्यास्त के बाद मंदिर के पीछे म्यूज़िकल फाउंटेन शो होता है-
- पानी की धाराएँ 25–30 फीट तक उठती हैं और भजनों की धुन पर नृत्य करती हैं।
- रंग-बिरंगी लाइट्स पानी को जादुई बना देती हैं।
- बच्चों और बड़ों के लिए यह अनुभव अविस्मरणीय है।
- हरे-भरे उद्यान: 55 एकड़ में फैले इन उद्यानों में हरी-भरी घास, खिले फूल और जीवन-आकार की झाँकियाँ हैं, जो श्रीकृष्ण की लीलाओं को दर्शाती हैं। यहाँ आप टहल सकते हैं, ध्यान कर सकते हैं या शांति का आनंद ले सकते हैं।
प्रेम मंदिर समय/ Prem Mandir Timing
- दर्शन समय: सुबह 5:30–6:30 | 8:30–12:00 | शाम 4:30–8:30
- आरती समय: सुबह 5:30 | शाम 4:30 | रात 8:30
- म्यूज़िकल फाउंटेन: गर्मी — 7:30 PM | सर्दी — 7:00 PM
प्रवेश शुल्क: पूरी तरह निःशुल्क (फाउंटेन और लाइट शो के लिए भी)।
समय में फेर बदल हो सकते है कृप्या जाने से पहले इसके offical website चेक कर ले।
अन्य सुविधाएँ
- विशाल पार्किंग
- प्रसाद काउंटर
- पुस्तक व उपहार दुकानें
- भोजनालय और कैंटीन
- स्वच्छ शौचालय (पुरुष/महिला)
- जूता स्टैंड
- पीने के पानी की सुविधा
प्रेम मंदिर केवल एक धार्मिक स्थान नहीं, बल्कि भक्ति, कला और स्थापत्य का अनमोल संगम है। यदि आप वृंदावन जाएँ, तो यहाँ आकर दिव्यता, शांति और अद्भुत सौंदर्य का अनुभव ज़रूर करें।